ऑर्डर ब्लॉक्स महत्वपूर्ण क्यों हैं
ऑर्डर ब्लॉक की पहचान कैसे करें
फॉरेक्स में ऑर्डर ब्लॉक्स का ट्रेड कैसे करें
फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में, बड़े वित्तीय संस्थान और बैंक, जिन्हें अक्सर 'बड़े खिलाड़ी' कहा जाता है, भारी मात्रा में धन का प्रबंधन करते हैं। वे अपने सभी खरीद या बिक्री ऑर्डर्स एकसाथ नहीं खोलते क्योंकि ऐसा करने से मार्केट बहुत तेज़ी से आगे बढ़ेगा, जिससे उनके लिए वांछित कीमतें प्राप्त करना कठिन हो जाएगा। इसके बजाय, वे धीरे-धीरे अपनी पोजीशन में प्रवेश करते हैं, कीमत के चार्ट पर ऐसे क्षेत्र बनाते हैं, जहाँ मार्केट रुकती है या समेकित होती हुई प्रतीत होती है। ये विशिष्ट क्षेत्र, जहाँ उल्लेखनीय संख्या में खरीद या बिक्री के ऑर्डर एकत्रित किए जाते हैं, ऑर्डर ब्लॉक के रूप में जाने जाते हैं।
इस लेख में, हम देखेंगे कि ऑर्डर ब्लॉक्स क्या हैं, हम उनके विभिन्न प्रकार और उनके बारे में कुछ उल्लेखनीय विवरण देखेंगे।
ऑर्डर ब्लॉक क्या है?
फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में ऑर्डर ब्लॉक कीमत के विशिष्ट स्तरों को संदर्भित करता है, जहाँ बैंकों और बड़े संस्थानों जैसे प्रमुख मार्केट खिलाड़ियों ने खरीद या बिक्री के ऑर्डर खोले हैं। ये ऑर्डर ब्लॉक, जिन्हें अक्सर 'OB' के रूप में वर्णित किया जाता है, ऑर्डर के समूह होते हैं, जो एक चार्ट पर कीमत के विशिष्ट बिंदुओं पर एकत्रित होते हैं। उन्हें विभिन्न टाइम-फ्रेम्स में देखा जा सकता है, कुछ मिनटों से लेकर कई हफ्तों तक। जब कई ऑर्डर्स कीमत के एक विशेष स्तर पर एकत्रित होते हैं, तो यह चार्ट पर एक ध्यान देने योग्य क्षेत्र बनाता है, जहाँ कीमत एक महत्वपूर्ण कदम उठाने से पहले समेकित हो जाती है। यह ट्रेडरों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह इशारा करता है कि उनकी खरीद या बिक्री में बड़ी रुचि है।
ऑर्डर ब्लॉक्स बड़े संस्थागत ट्रेडरों और कई छोटे ट्रेडरों द्वारा बनाए जा सकते हैं, जो किसी भी टाइम-फ्रेम पर दिखाई देते हैं। एक चार्ट पर, ये OB आमतौर पर छोटे बॉक्स या रेक्टेंगल की तरह प्रतीत होते हैं, ये उन क्षेत्रों को चिह्नित करते हैं, जहाँ कीमत ने एक महत्वपूर्ण चाल से पहले रुकावट दर्ज़ की है। जब बैंक जैसे प्रमुख खिलाड़ी पोजीशन में प्रवेश करना चाहते हैं, तो वे आमतौर पर इसे छोटे हिस्सों में विभाजित करते हैं, ताकि वे मार्केट की कीमत में अचानक बदलाव से बच सकें।
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उदाहरण के लिए, यदि एक बैंक $100 मिलियन मूल्य का EURUSD खरीदने का इरादा रखता है, तो इसे कई चरणों में पूरा किया जा सकता है: पहले $20 मिलियन खरीदना, फिर $50 मिलियन, और अंत में $30 मिलियन। जब संपूर्ण ऑर्डर पूरा हो जाता है, तो मूल्य आमतौर पर महत्वपूर्ण रूप से प्रतिक्रिया करता है, जिससे चार्ट पर ध्यान देने योग्य ऑर्डर ब्लॉक्स बनते हैं।
जब कीमतें इन OBs के करीब आती हैं, तो ट्रेडर्स मार्केट की प्रतिक्रिया को बारीकी से देखते हैं। कीमत ऑर्डर ब्लॉक से वापस उछल सकती है, जिससे संभावित दिशा परिवर्तन का संकेत मिलता है, या यह ब्लॉक को पार भी कर सकती है, जिससे वर्तमान ट्रेंड के जारी रहने का सुझाव मिलता है। यह इसलिए होता है क्योंकि ऑर्डर ब्लॉक्स मजबूत आपूर्ति और मांग की गतियों के क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
यदि खरीदारों की तुलना में ज्यादा विक्रेता होते हैं, तो कीमत बढ़ने की संभावना होती है। इसके विपरीत, यदि विक्रेता अधिक होते हैं, तो खरीदारों की तुलना में, कीमत गिर सकती है। इन ऑर्डर ब्लॉक्स के आसपास मूल्य किस तरह व्यवहार करता है, इसका विश्लेषण करके, ट्रेडर्स ज्यादा सूचित निर्णय ले सकते हैं कि ट्रेड में कब प्रवेश करें या कब बाहर निकलें, जिससे उन्हें फॉरेक्स मार्केट की जटिलताओं को प्रभावशाली ढंग से नेविगेट करने में मदद मिलती है।
ऑर्डर ब्लॉक्स महत्वपूर्ण क्यों हैं
ऑर्डर ब्लॉक्स वे असाधारण मूल्य स्तर होते हैं, जहाँ बड़े खिलाड़ी, जैसे कि बैंक, बहुत सारे खरीद या बिक्री ऑर्डर खोलते हैं। इन क्षेत्रों को पहचान कर, ट्रेडर्स अपने ट्रेड के लिए बेहतर प्रवेश या निकास बिंदु ढूंढ सकते हैं। इसका मतलब है कि वे मार्केट के अगले कदम को बेहतर ढंग से अनुमानित कर सकते हैं।
इसे अच्छी तरह से करने के लिए, ट्रेडरों को यह ध्यान देना होगा कि कीमतें कैसे बदलती हैं और उन स्तरों पर कितना ट्रेड हो रहा है। OBs मायने रखते हैं क्योंकि वे दिखाते हैं कि बड़ी खरीद या बिक्री कहाँ हो रही है। क्योंकि बड़े संस्थान अक्सर फॉरेक्स में ट्रेडिंग के अधिकांश वॉल्यूम को नियंत्रित करते हैं, वे करेंसी की कीमतों के लिए महत्वपूर्ण उच्च या निम्न स्तर निर्धारित कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि कोई बैंक बहुत सारी करेंसी खरीदने का निर्णय लेता है, तो यह कीमत को ऊपर धकेल सकता है। जब ट्रेडर्स इन ऑर्डर ब्लॉक्स को देखते हैं, तो उन्हें इन बड़े खिलाड़ियों के सक्रिय होने के आधार पर मार्केट में संभावित भविष्य की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलती है।
ऑर्डर ब्लॉक्स ट्रेडरों को मार्केट के ट्रेंड्स को समझने में मदद कर सकते हैं। यदि कीमत OBs को भेदती है, तो यह संकेत हो सकता है कि कुछ बदल रहा है—जैसे कि उस करेंसी के बारे में लोगों की भावना में बदलाव। इससे ट्रेडरों को यह निर्णय लेने में मदद मिलती है कि उन्हें खरीदना चाहिए, बेचना चाहिए, या अपनी पोजीशनों को बनाए रखना चाहिए।
ऑर्डर ब्लॉक्स के प्रकार
ऑर्डर ब्लॉक्स की विशेषताएँ विशिष्ट होती हैं, और OBs के विभिन्न प्रकारों को अलग करना आवश्यक है।
बुलिश ऑर्डर ब्लॉक
वित्तीय मार्केट में, बुलिश ऑर्डर ब्लॉक वह अंतिम बेयरिश कैंडल या बेयरिश कैंडल समूह है, जब मार्केट बुलिश ट्रेंड में बदलती है। इस प्रकार से, ट्रेडर्स बुलिश ऑर्डर ब्लॉक का उपयोग उस सपोर्ट स्तर के रूप में कर सकते हैं, जहाँ से कीमत अधिक चल सके।
एक बुलिश ऑर्डर ब्लॉक तब उत्पन्न होता है, जब किसी बेयरिश ट्रेंड के नीचे एक बड़ा खरीद ऑर्डर खोला जाता है, जिससे कीमत में बुलिश प्रभाव उत्पन्न होता है। जब कई खरीदार एक ही समय में आते हैं, तो कीमत तेजी से ऊपर धकेल दी जाती है। खरीद की इस जोरदार गतिविधि के कारण, कीमत का वह विशेष स्तर भविष्य में एक महत्वपूर्ण सपोर्ट क्षेत्र बन सकता है। यदि कीमत बाद में इस स्तर तक गिरती है, तो वह फ़िर से वापस उछल सकती है, क्योंकि ट्रेडर्स खरीद की पिछली रुचि को याद करते हैं और फ़िर से खरीदने की संभावना रखते हैं।
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ऊपर दिए गए चार्ट में, हम देखते हैं कि एक बुलिश ऑर्डर ब्लॉक कैसे बनता है।
- हमारे पास डाउनट्रेंड (बेयरिश) कैंडल की एक श्रृंखला है।
- बुलिश ऑर्डर ब्लॉक—कीमत के उलट जाने से पहले अंतिम बेयरिश कैंडल।
- यह वह जगह है, जहाँ ट्रेडर्स ध्यान देते हैं—कीमत ऑर्डर ब्लॉक का पुनः परीक्षण करती है, जो सपोर्ट स्तर के रूप में कार्य करता है।
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यह उदाहरण दिखाता है कि एक बेयरिश कैंडल श्रृंखला एक बुलिश ऑर्डर ब्लॉक के रूप में कार्य कर रही है।
- मार्केट अपट्रेंड (बुलिश) में है।
- एक पुलबैक है (ब्रेकआउट और जारी बुलिश ट्रेंड से पहले)—हम इसे बुलिश ऑर्डर ब्लॉक कहते हैं।
- मार्केट बुलिश ऑर्डर ब्लॉक क्षेत्र का परीक्षण करने के लिए वापस लौटती है, और अब यह सपोर्ट के रूप में कार्य करता है।
- बुलिश ट्रेंड जारी रहता है।
बेयरिश ऑर्डर ब्लॉक
एक बेयरिश ऑर्डर ब्लॉक अंतिम अपट्रेंड कैंडल या उस प्रकार की कैंडल्स का समूह होता है, जब मार्केट कीमत के एक निश्चित स्तर पर बड़े बिक्री ऑर्डर से प्रभावित होती है, जिससे कीमत में उल्लेखनीय कमी उत्पन्न होती है। यह इशारा करता है कि उस स्तर पर तीव्र बिक्री का दबाव है। भविष्य में, कीमत का यह क्षेत्र रेजिस्टेंस स्तर के रूप में कार्य कर सकता है, जिसका अर्थ है कि यदि कीमत उस बिंदु पर वापस बढ़ने की कोशिश करती है, तो यह उन विक्रेताओं की उपस्थिति के कारण ऊँचा जाने के लिए संघर्ष कर सकता है, जो फ़िर से बेचने की संभावना रखते हैं।
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ऊपर दिया गया चार्ट एक बेयरिश ऑर्डर ब्लॉक का उदाहरण दिखाता है।
- एक बुलिश ट्रेंड।
- एक बेयरिश ऑर्डर ब्लॉक।
- कीमत OB का पुनः परीक्षण करने आती है, जो बिक्री से पहले रेजिस्टेंस के रूप में कार्य करता है।
ब्रेकर ऑर्डर ब्लॉक
एक ब्रेकर ऑर्डर ब्लॉक चार्ट पर कीमत का एक विशेष क्षेत्र होता है, जहाँ पिछले समय में कीमत मजबूत खरीदारी या बिक्री के कारण उलट जाती है। यदि कीमत गिरने के बाद फ़िर से उस बिंदु पर जाती है, तो वह वापस नीचे गिर सकती है (जो दर्शाता है कि विक्रेता अभी भी मजबूत हैं) या इसे पार कर सकती है (जो सुझाता है कि खरीदार नियंत्रण में आ रहे हैं)। जब कीमत इस क्षेत्र में वापस आती है, तो ट्रेडर इसे ध्यान से देखते हैं क्योंकि यह संकेत दे सकता है कि पिछला ट्रेंड जारी रहेगा या दिशा बदलेगा।
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ऊपर दिया गया चार्ट एक ब्रेकर ऑर्डर ब्लॉक का उदाहरण दिखाता है। दर्शाए गए क्षेत्र 1 में, कीमत ब्रेकर ऑर्डर ब्लॉक का पुनः परीक्षण करने के लिए लौटती है।
रिजेक्शन ऑर्डर ब्लॉक
एक रिजेक्शन ऑर्डर ब्लॉक कीमत के उस स्तर को संदर्भित करता है, जहाँ मार्केट उच्च या निम्न स्तर पर जाने की कोशिश करती है, लेकिन उसे वापस धकेल दिया जाता है, जो मजबूत विरोध का संकेत देता है। उदाहरण के लिए, अगर कीमत किसी निश्चित स्तर पर बढ़ने की कोशिश करती है, लेकिन जल्दी से वापस गिर जाती है, तो उस स्तर को एक रिजेक्शन ऑर्डर ब्लॉक माना जाता है। यह दिखाता है कि उस समय बहुत से विक्रेता नहीं चाहते थे कि कीमत ऊँची जाए, जिससे यह भविष्य के ट्रेड्स के लिए महत्वपूर्ण स्तर बन जाता है।
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ऊपर दिया गया चार्ट एक रिजेक्शन ऑर्डर ब्लॉक का उदाहरण दिखाता है।
वैक्यूम ऑर्डर ब्लॉक
एक वैक्यूम ऑर्डर ब्लॉक उस स्थिति में उत्पन्न होता है, जब कीमत की किसी विशेष सीमा में ट्रेडिंग गतिविधि बहुत कम या नहीं होती है, जिससे तेज़ी से कीमत में वृद्धि होती है, जब वह अंततः उस रेंज को तोड़ती है। जब कीमत एक ऐसे क्षेत्र में जाती है, जहाँ कुछ ही ऑर्डर होते हैं, तो यह बिना किसी बड़े प्रतिरोध के तेजी से ऊपर या नीचे जा सकती है। ट्रेडर्स इन क्षेत्रों पर ध्यान देते हैं क्योंकि ये कीमतों में बड़े बदलावों की ओर लेकर जा सकते हैं। जब कीमत एक वैक्यूम क्षेत्र में प्रवेश करती है, तो यह अक्सर तेज़ ट्रेड्स के लिए अवसर पैदा करती है क्योंकि यह रास्ते में बहुत अधिक रुके बिना तेजी से बढ़ सकती है या गिर सकती है।
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ऊपर दिया गया चार्ट एक वैक्यूम ऑर्डर ब्लॉक का उदाहरण दिखाता है।
कैसे एक ऑर्डर ब्लॉक की पहचान करें
ऐसा करने के लिए, नीचे दी गई योजना का पालन करें।
- अपना विश्लेषण उच्च टाइमफ्रेम पर शुरू करें: दैनिक, साप्ताहिक या मासिक चार्ट। वे आपको महत्वपूर्ण मूल्य स्तरों का पता लगाने में मदद कर सकते हैं, जहाँ ब्रेक ऑफ़ स्ट्रक्चर (BOS) या चेंज ऑफ़ करैक्टर (CHoCH) हुआ है। ये स्तर अक्सर ऐसे होते हैं, जहाँ बड़े संस्थान अपना ऑर्डर खोलते हैं।
याद रखें, कीमतें आमतौर पर कीमत की एक मजबूत गति से पहले स्थिर होती हैं, जिसका मतलब है कि वे एक बड़े उछाल से पहले कुछ समय तक साइडवेज़ चलेंगी।
- एक बार जब आपने उन महत्वपूर्ण स्तरों की पहचान कर ली, तो ऑर्डर ब्लॉक्स की तलाश करें, जो कीमत के मजबूत अंतर के पहले स्थित हैं। विशेष रूप से, एक मजबूत ऊपरी चाल से पहले अंतिम बेयरिश कैंडल या एक निम्नतम चाल से पहले अंतिम बुलिश कैंडल की पहचान करें। ये कैंडल्स आपको अंदाजा दे सकती हैं कि मार्केट कहाँ से पलट सकती है।
- यह जांचना आवश्यक है कि ऑर्डर ब्लॉक वैध है या नहीं और समग्र मार्केट संदर्भ पर विचार करें। ट्रेंड के विरुद्ध (काउंटरट्रेंड) ट्रेडिंग करना जोखिम भरा हो सकता है। आदर्श रूप से, आप सफलता की बेहतर संभावनाओं के लिए पहचाने गए ट्रेंड की दिशा में ट्रेड करना चाहते हैं।
- ऑर्डर ब्लॉक की पहचान करने के बाद, कीमत के वापस लौटने और उस क्षेत्र का दोबारा टेस्ट करने की प्रतीक्षा करें। यह तब होता है, जब ट्रेडर उम्मीद करते हैं कि संस्थान फ़िर से मार्केट में प्रवेश करने में रुचि दिखाएंगे। विशेषतः, टेस्ट न किए गए ऑर्डर ब्लॉकों पर ध्यान केंद्रित करें। यदि उस ऑर्डर ब्लॉक में कोई भरा हुआ मूल्य का अंतर नहीं है, तो अपना कदम उठाने से पहले उसके भरने की प्रतीक्षा करें।
- अपने प्रवेश की पुष्टि करने के लिए, कम टाइम फ्रेम पर स्विच करें—जैसे कि दैनिक (D1) से चार घंटे (H4), H4 से एक घंटे (H1) और फ़िर H1 से 15 मिनट (15 मि) तक जाना। विशिष्ट कैंडल संरचनाओं की तलाश करें, जैसे कि पिन बार, एन्गल्फिंग कैंडल, या डोजी। ये संरचनाएं अगले कदम की दिशा में अधिक आत्मविश्वास प्रदान कर सकती हैं। लेकिन सावधान रहें: कभी-कभी ये आपके रिस्क रिवॉर्ड अनुपात को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं।
याद रखें, ब्रेकिंग न्यूज़ या मार्केट की घटनाओं से ऑर्डर ब्लॉक बाधित हो सकते हैं। यह जांचना महत्वपूर्ण है कि कैलेंडर पर कौन सी मूलभूत घटनाएं निर्धारित हैं, खासकर यदि आप दिन के भीतर ट्रेडिंग कर रहे हैं (इंट्राडे ट्रेडिंग)।
फॉरेक्स में ऑर्डर ब्लॉक्स का ट्रेड कैसे करें
यहाँ बताया गया है कि आप इस ऑर्डर ब्लॉक फॉरेक्स रणनीति को चरण-दर-चरण कैसे लागू कर सकते हैं।
- पिछले सप्ताह के दौरान मार्केट के समग्र ट्रेंड पर नज़र डालें। क्या यह ऊपर, नीचे, या साइडवेज़ जा रहा है? यह आपको मार्केट की सामान्य दिशा को समझने में मदद करेगा।
- अपने चार्ट पर फिबोनाकि रिट्रेसमेंट स्तर ड्रॉ करें। यह टूल आपको उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है, जहाँ कीमत मूल दिशा में जाने से पहले वापस आ सकती है। प्रीमियम और डिस्काउंट ज़ोन निर्धारित करें। प्रीमियम ज़ोन वह है, जहाँ कीमतें उच्च मानी जाती हैं (50% से ऊपर)। डिस्काउंट ज़ोन वह है, जहाँ कीमतें निम्न मानी जाती हैं (50% से नीचे)।
- अपने चार्ट को H1 (1-घंटा) या H4 (4-घंटा) टाइमफ्रेम्स में बदलें। यह आपको अधिक विस्तार से कीमत की चाल को देखने में मदद करेगा। चार्ट पर उन क्षेत्रों की तलाश करें, जो फिबोनाकि 50% और 100% स्तरों के बीच होते हैं। ये संभावित ऑर्डर ब्लॉक होते हैं। कीमत को ऑर्डर ब्लॉक की ओर बढ़ना चाहिए और वह वापस आकर फ़िर से उसे टेस्ट कर सकती है। यह देखने लायक महत्वपूर्ण क्षण होता है।
- जब कीमत ऑर्डर ब्लॉक को हिट करती है और उलटने के संकेत दिखाती है (जैसे कि दिशा में बदलाव का संकेत देने वाला कैंडलस्टिक पैटर्न), तो वह आपका ट्रेड में प्रवेश करने का संकेत होता है।
खुद को मार्केट की अप्रत्याशित चालों से बचाने के लिए हमेशा स्टॉप लॉस का उपयोग करें। इसका अर्थ है एक पूर्व निर्धारित कीमत सेट करना, जहाँ आप बाहर निकलेंगे, अगर ट्रेड आपके खिलाफ जाता है। याद रखें कि वैसे यह ऑर्डर ब्लॉक ट्रेडिंग रणनीति लाभदायक हो सकती है, लेकिन कोई भी ट्रेडिंग रणनीति कभी पूर्ण नहीं होती। हमेशा अपने ट्रेड्स को सावधानी से संचालित करें।
अंतिम विचार
- ऑर्डर ब्लॉक्स एक फॉरेक्स चार्ट पर कीमत के विशिष्ट स्तर होते हैं, जहाँ मार्केट के बड़े खिलाड़ी, जैसे कि बैंक और संस्थान, बड़े बाय या सेल ऑर्डर एकत्रित करते हैं।
- कीमतों में तीव्र उतार-चढ़ाव के जोखिम के कारण बड़े खिलाड़ी एक समय में केवल कुछ ऑर्डर ही खोल सकते हैं। इसके बजाय, वे अपने ऑर्डर को धीरे-धीरे भरने के लिए छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़ देते हैं।
- वे क्षेत्र, जहाँ OBs बनते हैं, अक्सर चार्ट पर समेकन के रूप में दिखाई देते हैं, यह दर्शाता है कि महत्वपूर्ण चाल से पहले कीमत कहाँ रुकती है।
- चार्ट्स पर फॉरेक्स ऑर्डर ब्लॉक सामान्यतः एक छोटे बॉक्स या रेक्टेंगल की तरह दिखता है, जो मजबूत बायिंग या सेलिंग की रुचि के क्षेत्रों को दर्शाता है।
- जब कीमतें OBs के करीब पहुँचती हैं, तो ट्रेडर्स यह देखते हैं कि मार्केट कैसे प्रतिक्रिया करती है—क्या कीमत वापस उछाल देती है (संभावित उलटफेर का संकेत देती है) या टूट जाती है (ट्रेंड निरंतरता का सुझाव देती है)।
- ऑर्डर ब्लॉक्स को पहचानने से ट्रेडरों को प्रमुख प्रवेश और निकासी बिंदुओं की पहचान करने, मार्केट की चालों की भविष्यवाणी करने और बड़े संस्थानों की गतिविधियों के आधार पर ट्रेंड्स को समझने में मदद मिलती है।